मंगलवार, 26 मार्च 2013

संस्कृत माँ, हिंदी गृहिणी और अंग्रेजी नौकरानी है


संस्कृत माँ, हिंदी गृहिणी और अंग्रेजी नौकरानी है

by Jai Parkash (नोट्स) on 26 मार्च 2013 को 04:12 अपराह्न बजे
''मैं जब 1935 में भारत आया तो अचंभित और दु:खी हुआ।
मैंने महसूस किया कि यहाँ पर बहुत से पढ़े-लिखे लोग भी अपनी
सांस्कृतिक परम्पराओं के प्रति जागरूक नहीं हैं। यह भी देखा की
लोग अंग्रेजी बोलकर गर्व का अनुभव करते हैं। तब मैंने निश्चय
किया कि आम लोगों की इस भाषा में महारत हासिल करूँगा।''

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